Trending news: फार्नेंसिक जांच के लिए भेजे गए , श्रद्धा के महरौली जंगल में पाए गए दो अंग
shradhya walker और aftab poonavala की hate story' se शायद ही कोई न वाकिफ हो,
Delhi Shraddha Walker Murder श्रद्धा हत्याकांड की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने आरोपित आफताब अमीन पूनावाला और श्रद्धा वालकर के कपड़े आफताब के फ्लैट से बरामद कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। वहीं पुलिस को महरौली के जंगल में दो हड्डियां भी मिली हैं।
दरिंदगी की ऐसी शर्मनाक हरकत की जिसको सुनकर पूरी रूह कांप उठती है"
कि कैसे कोई इतना बेरहम हो सकता है। अपनी ही प्रेमिका के 35 टुकड़े कर दे" आज पूरा देश सहमा हुआ हुआ है और तरह तरह की मांगे कर रहे है सरकार से।
हम बात कर रहे वह श्रद्धा वॉकर और आफताब अमीन पूनावाला की love story जिसका अंत 35 टुकड़े करके होता है। और उसी शव के 35 टुकड़े को 30 दिन tk महरौली और झपरपुर के जंगलों में ले जाकर रात 2और 3 के बीच उछाल kr फेकना और फिर घर वापस आकर सो जाना । यही रूटीन 30 दिन चलाना।
सुनकर रूह सिहर उठती है कि कैसे और किस हथियार से अपने love के टुकड़े किए होंगे। जरा सी भी दया नहीं आए होगी।
आइए बात करते है श्रद्धा वॉकर हत्याकांड की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने आरोपित आफताब अमीन पूनावाला और श्रद्धा वालकर के कपड़े आफताब के फ्लैट से बरामद कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। वहीं, पुलिस श्रद्धा के शव के टुकड़ों की खोज में जंगल और दिल्ली के अन्य हिस्सों में तलाशी अभियान चलाकर और सबूत इकट्ठा करने में जुटी हुई है। police श्रद्धा हत्याकांड में पुलिस को शनिवार को कुछ सफलता हाथ लगी है।
delhi police सबूत collect karne के लिए जंगल में चला रही अभियान
श्रद्धा वॉकर के शरीर के टुकड़ों की तलाश में शनिवार को पुलिस ने महरौली के जंगल में फिर से अभियान चलाया। अभियान बड़ी ही सावधानी और सतरकी से चलाया गया इस दौरान जंगल में जाने वाले रास्तों पर पुलिसकर्मी तैनात रहे और किसी को अंदर नहीं जाने दिया। इस दौरान पुलिस को दो हड्डियां मिली हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस को अभी तक श्रद्धा का सिर नहीं मिला है, जिसकी तलाश में रोजाना कई टीमें जंगल में अभियान चला कर सबूत इकट्ठा करने में जुटी है।
आरोपी आफताब आमीन पूनावाला से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी आफताब ने श्रद्धा के शव को काटने से पहले मानव शरीर रचना के बारे में इंटरनेट पर पढ़ा और कई वीडियो देखे। आफताब ने श्रद्धा को काटने से पहले दो महीने की chef ki training ली थी, जिसमे उसने mutton aur chicken काटने की टेक्निक को सीखा था। इसके बाद उसने सभी गूगल से सर्च हिस्ट्री भी डिलीट कर दी ताकि पुलिस को कोई सुबूत न मिल सकें। उसने फर्श पर लगे खून के धब्बों को केमिकल से साफ कर दिया।
आफताब और श्रद्धा के फ्लैट से बरामद हुए श्रद्धा के कपड़े
पुलिस ने श्रद्धा और आफताब के फ्लैट से बरामद किए सभी कपड़ों को जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। इनमें से ज्यादातर कपड़े आफताब के हैं। वहीं, delhi पुलिस ने आफताब और श्रद्धा के उन कपड़ों को अभी तक बरामद नहीं कर पाई है, जो दोनों ने घटना के समय पहन रखे थे।
घटना को अंजाम देने के बाद कपड़े जलाने का शक
delhi पुलिस को आशंका है कि आरोपित ने श्रद्धा की हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए वे कपड़े जला दिए होंगे। दिल्ली पुलिस की क्राइम टीम और एफएसएल रोहिणी के विशेषज्ञों ने आफताब के फ्लैट की कई बार जांच की है और यहां से तमाम सुबूत जुटाए हैं।
गौरतलब है कि आफताब पूनावाला ने 18 मई को अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे और एक-एक कर उन्हें ठिकाने लगा दिया। श्रद्धा के पिता की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने मामला दर्ज किया। दिल्ली पुलिस से संपर्क करने पर पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ।
पुलिस की एक टीम शनिवार को गुरुग्राम स्थित आफताब ameen पूनावाला के उस आफिस में भी पहुंची जहां वह काम करता था। अभी तक पुलिस को वह आरी नहीं मिली है, जिससे उसने श्रद्धा के शरीर के टुकड़े किए थे। पुलिस ने आरी खोजने के लिए मेटल डिटेक्टर का भी इस्तेमाल किया इसके बावजूद आरी का अभी तक पता नहीं चल सका है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, टीम आफिस में आफताब व श्रद्धा के कपड़ों की भी तलाश में पहुंची थी। दिल्ली पुलिस ने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या व उसके शव के 35 टुकड़े करने वाले आरोपित आफताब को 11 नवंबर को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने उसे पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा था। 17 नवंबर को कोर्ट ने उसकी रिमांड पांच दिन और बढ़ा दी थी।
दिल्ली पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई में रहने वाले श्रद्धा वाकर के करीबी दोस्त लक्ष्मण नादर के पास पहुंची और उसका बयान दर्ज किया। लक्ष्मण का बयान दर्ज करने में करीब 4-5 घंटे का समय लगा। पुलिस ने उस घर के मालिक का बयान भी दर्ज किया जहां श्रद्धा और आफताब दिल्ली जाने से पहले किराए पर रहते थे।
पुलिस ने आफताब के परिवार से भी संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उसके पिता का मोबाइल नंबर स्विच आफ मिला। इस कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाया। आगे देखते है और पुलिस को क्या क्या सबूत हाथ लगते हैं।
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