चूंकि अमला में विभिन्न पोषक तत्व , फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है। जो गर्भावस्थ में कब्ज, गैस जैसी problems को दूर करता है। आप अपनी इच्छानुसार कच्चा अमला या आमले का तरल रूप सेवन कर सकते है। Pregency एक ऐसा समय होता है जिसमे गर्भवती महिला का बहुत कुछ खाने का मन करता है। खासकर वो पहली तिमाही में खट्टे चीजे खाने का ज्यादा मन करता है। इन चीजों में अमला भी शामिल है। भारतीय घरों में आमले का अचार, मुरब्बा, चटनी आदि बनाया जाता है जो खाने के taste को और बढ़ा देता है। आवंला एक मौसमी फल है जो सर्दियों में होता है। आवंला आयुर्वेदिक औषधियों का आवश्यक घटक माना जाता है। आवले का सेवन गर्भवती महिलाओ के लिए अनगिनत फ़ायदे देता है जैसी कि रक्त को purifie, पाचन जैसी समस्यायों को दूर फेंकता है। आंवले में मौजुद विटामिन बी आपके शिशुकी हड्डियों , नसों, मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। Important points of this article: . pregency में आवंले का सेवन करना कितना सुरक्षित है? . आवंले में मौजूद पोषक तत्व। ....
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